100 Plus Chandra Shekhar Azad Par Shayari – शायरी चंद्रशेखर आज़ाद जयंती पर

नमस्कार दोस्तों, हमारे भारत के स्वतंत्रता संग्राम में कई वीर सपूतों ने अपने प्राणों की आहुति दी, लेकिन चंद्रशेखर आज़ाद (Chandra Shekhar Azad) का नाम आज भी उन अमर क्रांतिकारियों में लिया जाता है और जिनका साहस, जज़्बा और बलिदान आज भी हमारे भारत के लोगों को प्रेरणा देता है। उनका नाम सुनते ही हर देशभक्त का सीना गर्व से चौड़ा हो जाता है।

चंद्रशेखर आज़ाद न सिर्फ़ एक क्रांतिकारी थे, बल्कि युवाओं के लिए एक प्रेरणा स्रोत भी बने। उन्होंने अंग्रेज़ों को धूल चटाई, और अपने आखिरी सांस तक देश के लिए समर्पित रहे। उनकी शहादत आज़ादी की उस कीमत की याद दिलाती है जो हमारे पूर्वजों ने चुकाई थी।

इस ब्लॉग में हम आपको पेश कर रहे हैं – “Chandra Shekhar Azad Par Shayari”, “Chandra Shekhar Azad Jayanti Par Shayari”, “Chandra Shekhar Azad Quotes” और “Chandra Shekhar Azad Balidan Diwas Par Shayari”। ये शायरी और विचार न सिर्फ़ उनकी बहादुरी को श्रद्धांजलि देते हैं, बल्कि हमें भी अपने देश और स्वतंत्रता की अहमियत को समझने का संदेश देते हैं।

आइए, इस महान क्रांतिकारी को शब्दों के ज़रिए नमन करें और अपनी अगली पीढ़ियों को भी उनका योगदान याद दिलाएँ।

चंद्रशेखर आज़ाद पर देशभक्ति शायरी | Chandra Shekhar Azad Par Shayari

जिस मिट्टी ने चंद्रशेखर आज़ाद जैसे सपूत को जन्म दिया,
वो हर भारतवासियों के दिल में बसी एक पूजा बन गई।

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जो नाम खुद में आज़ादी की परिभाषा बन गया,
वो चंद्रशेखर आज़ाद हर दिल की सासों में बस गया।

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के आज़ाद की गूंज है हवाओं में आज भी हमारे ,
उनकी बंदूकों से निकली आवाजें, आज़ादी की शुरुआत थी।

माँ ने पाला था जिसे तेज़ हवा सा,
दुश्मन के लिए वो बन गया एक साया सा।

गुलामी की ज़ंजीरें उसने तोड़ दी थीं,
अपने दम पर इतिहास की रेखाएँ मोड़ दी थीं।

chandra shekhar azad real photo

उसकी हँसी में था बगावत का जुनून,
चंद्रशेखर आज़ाद था भारत माँ का सच्चा खज़ाना।

जिनके नाम से अंग्रेज़ थर-थर कांपते थे,
ऐसे शेर को हम सलाम करते हैं।

न गोला चाहा, न कोई ताज का सपना देखा,
उसने तो माँ भारती का आँचल ही अपना रस्ता देखा।

जंगलों में बंदूक की बोली से बात करता था,
हर गोली में एक इंकलाब की बात भरता था।

कभी पगड़ी नहीं झुकी, कभी इरादा नहीं टूटा,
वो आख़िरी सांस तक सिर्फ़ आज़ाद ही रहा, झुका नहीं, झुका।

ना डर था मौत से, ना हिचक देश के लिए मिटने से,
उसने तो ख़ुद को समर्पित कर दिया था बस भारत माँ के चितने से।

वो जब हँसता था, तो दुश्मन डरते थे
क्योंकि उसकी हँसी में भी बारूद के जैसे शब्द जलते थे।

चंद्रशेखर आज़ाद जयंती पर शायरी | Chandra Shekhar Azad Jayanti Par Shayari

आज है उस सूरज का जन्मदिन,
जिसकी रौशनी से रोशन हुआ था पूरा हिंदुस्तान।

हमने ना झुके देखा उसे, ना थमता किसी तूफान में,
ऐसे वीर की जयंती पर श्रद्धा के पुष्प अर्पित हैं हर इंसान में।

वो बना युवाओं की आवाज़, बगावत की पहचान,
जिसने शौर्य से रचा था भारत का स्वाभिमानी इतिहासवान।

शब्द कम पड़ जाते हैं उनका गुणगान करने में,
हमने देखा है भारत का मस्तक ऊँचा उनके चरण छूने में।

वो जयंती नहीं, प्रेरणा का पर्व है,
जहाँ आज़ाद का नाम हर दिल में गर्व है।

आज ये ज़मीन फिर वही किस्सा दोहरा रही है,
हमने सुना – जिसने हथकड़ी को ललकारा, बंदूक से इंकलाब कहा।

ना वो झुका, ना थमा, ना ही वक्त से हारा,
हर जयंती पर वो सिखा जाता है — डर से लड़ने का सहारा।

उसकी रगों में इंकलाब लहू बनकर दौड़ता था,
हर युवा के दिल में आज भी वो मशाल बनकर जलता था।

ये सिर्फ़ एक जन्मदिन नहीं, हिम्मत की मिसाल है,
हर पन्ना उस किताब का आज़ादी की आवाज़ है, सवाल है।

जब तक ये मिट्टी सांस लेती रहेगी,
“मैं आज़ाद हूँ, आज़ाद ही रहूँगा” — ये गूंजती रहेगी।

चंद्रशेखर आज़ाद बलिदान दिवस पर शायरी | Chandra Shekhar Azad Balidan Diwas Par Shayari

जिसने खुद को मारी गोली, पर दुश्मन के हाथ न आया,
हमने ऐसे आज़ाद का बलिदान हर युग में सर झुकाया।

पसीना नहीं, खून बहा कर लाए थे जो आज़ादी,
आज उसी बलिदान की याद में सजी है श्रद्धांजलि की तैयारी।

ना घबराया मौत से, ना झुका कभी ज़ुल्म के आगे,
उसने दिखा दिया — चंद्रशेखर आज़ाद नाम ही काफी है एक आग के।

जिसने जीवन का हर क्षण मातृभूमि को समर्पण किया,
उस महान आत्मा के आगे सारा भारत नतमस्तक हुआ।

शहीद तो हुए, पर झुके कभी नहीं,
हमने देखा — आज़ाद जैसे लोग इतिहास को कलम बना देते हैं वहीं।

जो खून से लिख दे इंकलाब की परिभाषा,
वो चंद्रशेखर आज़ाद था — न भूला गया, न भुलाया जाएगा।

हाथों में बंदूक, होठों पर मुस्कान थी,
दुश्मन सोच भी न सका — ये मौत नहीं, बल्कि बलिदान थी।

हमने आज़ादी पाई है उस मुसाफ़िर की राहों से,
जो चला था अकेला, मगर पीछे जगा गया लाखों को चाहों से।

चंद्रशेखर आज़ाद के प्रेरणादायक विचार | Chandra Shekhar Azad Quotes

“मैं आज़ाद था, आज़ाद हूँ और आज़ाद रहूँगा।”

“दुश्मन की गोलियों का सामना हम करेंगे,
आज़ाद ही जिए हैं और आज़ाद ही मरेंगे।”

“मुझे अपने देश की मिट्टी से इतना प्यार है कि मैं इसमें ही समा जाना चाहता हूँ।”

“जो व्यक्ति अपने देश के लिए मरता है, वो अमर हो जाता है।”

“स्वतंत्रता की राह में सबसे बड़ी पूँजी है — साहस।”

“मैं आज़ाद था, आज़ाद हूँ, और दुनिया की कोई ताक़त मुझे गुलाम नहीं बना सकती।”

“दुश्मन की हर गोली का जवाब हम सीने से देंगे — क्योंकि हम आज़ाद हैं, डरते नहीं मरने से।”

“मुझे इस देश की मिट्टी से इतना प्रेम है कि मैं इसमें मिट जाना गौरव समझता हूँ।”

“जो अपने देश के लिए मरता है, उसका नाम इतिहास नहीं, पीढ़ियाँ दोहराती हैं।”

“स्वतंत्रता की राह में हथियार नहीं, सबसे बड़ा अस्त्र है — निर्भीक साहस।”

Chandra Shekhar Azad Quotes in English

“I was born free, I lived free, and I shall die free — no chains can hold me.”

“The enemy’s bullets don’t scare us — we live and die with pride, not fear.”

“True freedom demands blood, not just slogans.”

“For me, the soil of India is not land — it’s a sacred ground worth dying for.”

“Courage is not a choice in the path of freedom — it’s the foundation.”

“A martyr may die once, but his legacy breathes for centuries.”

“I didn’t choose rebellion, rebellion chose me the day I saw my motherland chained.”

“When fear ends, freedom begins — that’s the Azad way.”

“I carry the spirit of a million voices silenced by slavery.”

“Freedom is earned by the brave, not the obedient.”

FAQs 

Q1: चंद्रशेखर आज़ाद पर शायरी क्यों लिखी जाती है?

A1: उनका बलिदान और साहस देशभक्तों को प्रेरणा देता है, और शायरी के माध्यम से हम उन्हें श्रद्धांजलि देते हैं।

Q2: चंद्रशेखर आज़ाद की जयंती कब मनाई जाती है?

A2: 23 जुलाई को।

Q3: बलिदान दिवस कब होता है?

 A3: 27 फरवरी को, जब उन्होंने इलाहाबाद में खुद को गोली मारकर शहीद किया।

Q4: क्या आज़ाद के Quotes स्कूल में उपयोगी हैं?

 A4: हाँ, ये विचार विद्यार्थियों को देशप्रेम और साहस की सीख देते हैं।

Q5: क्या इस पर ब्लॉग से ट्रैफिक लाया जा सकता है?

 A5: बिल्कुल, ये एक हाई सर्च माइक्रो-निच है जिसमें जयंती और बलिदान दिवस के समय अच्छा ट्रैफिक आता है।

Conclusion 

चंद्रशेखर आज़ाद सिर्फ़ एक क्रांतिकारी नहीं थे, वो एक विचार थे — ऐसा विचार जो आज भी हर देशभक्त के दिल में जीवित है। उनका साहसी जीवन हमें सिखाता है कि सच्चा देशप्रेम क्या होता है, और कैसे मातृभूमि के लिए हर बलिदान छोटा पड़ जाता है।

इस ब्लॉग के ज़रिए हमने चंद्रशेखर आज़ाद जयंती, उनके बलिदान दिवस, और उनकी प्रेरक सोच को देशभक्ति शायरी और Chandra Shekhar Azad quotes के रूप में आपके सामने रखने की कोशिश की है।

आशा है कि इन शब्दों ने आपके भीतर भी देशप्रेम की एक नयी चिंगारी जगाई होगी।

अगर आपको यह लेख पसंद आया हो, तो इसे अपने दोस्तों और परिवार के साथ साझा करें और इस महान भारतीय स्वतंत्रता सेनानी को एक सच्ची श्रद्धांजलि दें।

Disclaimer: This blog is intended to provide factual and respectful information about the caste, religion, and traditions of tribal communities for educational and awareness purposes only. We do not intend to offend, discriminate against, or misrepresent any individual, group, or belief system. If you identify any inaccuracies or have constructive suggestions, we welcome your feedback and appreciate your support.

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